Detailed Notes on Shodashi
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ज्येष्ठाङ्गबाहुहृत्कण्ठकटिपादनिवासिनीम् ॥७॥
चक्रेश्या प्रकतेड्यया त्रिपुरया त्रैलोक्य-सम्मोहनं
आस्थायास्त्र-वरोल्लसत्-कर-पयोजाताभिरध्यासितम् ।
संहर्त्री सर्वभासां विलयनसमये स्वात्मनि स्वप्रकाशा
Shodashi’s Strength fosters empathy and kindness, reminding devotees to solution Many others with understanding and compassion. This benefit promotes harmonious associations, supporting a loving method of interactions and fostering unity in family, friendships, and Neighborhood.
ऐसा अधिकतर पाया गया है, ज्ञान और लक्ष्मी का मेल नहीं होता है। व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर लेता है, तो वह लक्ष्मी की पूर्ण कृपा प्राप्त नहीं कर सकता है और जहां लक्ष्मी का विशेष आवागमन रहता है, वहां व्यक्ति पूर्ण ज्ञान से वंचित रहता है। लेकिन त्रिपुर सुन्दरी की साधना जोकि श्री विद्या की भी साधना कही जाती है, इसके बारे में लिखा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण एकाग्रचित्त होकर यह साधना सम्पन्न कर लेता है उसे शारीरिक रोग, मानसिक रोग और कहीं पर भी भय नहीं प्राप्त होता है। वह दरिद्रता के अथवा मृत्यु के वश में नहीं जाता है। वह व्यक्ति जीवन में पूर्ण रूप से धन, यश, आयु, more info भोग और मोक्ष को प्राप्त करता है।
यस्याः विश्वं समस्तं बहुतरविततं जायते कुण्डलिन्याः ।
वृत्तत्रयं च धरणी सदनत्रयं च श्री चक्रमेत दुदितं पर देवताया: ।।
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं त्रिपुर सुंदरीयै नमः॥
Thus, the Shodashi mantra is chanted for making a single considerably more attractive and hypnotic in life. This mantra can alter your lifetime in times as this is an extremely strong mantra. A person that has mastered this mantra will become like God Indra in his everyday living.
प्रणमामि महादेवीं मातृकां परमेश्वरीम् ।
The worship of Tripura Sundari is actually a journey towards self-realization, where by her divine natural beauty serves being a beacon, guiding devotees to the final word reality.
॥ ॐ क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं श्रीं ॥
श्रीमत्सिंहासनेशी प्रदिशतु विपुलां कीर्तिमानन्दरूपा ॥१६॥